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अब इरफान अंसारी, बिक्सल कोंगाड़ी और राजेश से ED करेगी पूछताछ, जल्द भेजेगी समन

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झारखंड में सरकार गिराने की साजिश से जुड़े कैश कांड में ईडी कांग्रेस के तीन निलंबित विधायकों इरफान अंसारी, राजेश कच्छप व नमन विक्सल कोंगाड़ी से जल्द पूछताछ करेगी। बताया जाता है कि इसके लिए शीघ्र समन जारी होगा।

24 दिसंबर को अनूप सिंह से हुई पूछताछ
ईडी ने इस मामले में 24 दिसंबर को विधायक अनूप सिंह से दस घंटे पूछताछ की थी। पूछताछ में अनूप ने जो तथ्य एजेंसी को दिए हैं, उसका सत्यापन तीनों विधायकों से किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक, एजेंसी जल्द ही तीनों को समन कर अलग-अलग पूछताछ करेगी।

हावड़ा में गिरफ्तार किए गए थे विधायक
हावड़ा में तीनों विधायकों को जब गिरफ्तार किया गया था, तब उनके पास से पुलिस ने 48 लाख बरामद किए थे। बंगाल सीआईडी की जांच में सामने आया था कि विधायकों ने कोलकाता के ही शेयर ट्रेडर महेंद्र अग्रवाल से पैसे लिए थे। महेंद्र ने पैसे क्यों दिए इसकी भी ईडी जांच करेगी। हालांकि तीनों विधायकों ने बताया था कि आदिवासी दिवस के लिए उन्हें साड़ी व ट्राउजर की खरीदारी करनी थे। लेकिन एजेंसी यह जांचेगी कि खरीदारी करनी थी तो बगैर कुछ खरीदे तीनों विधायक वापस झारखंड क्यों लौट रहे थे।

48 लाख रुपये कैश के साथ पकड़े गए तीनों
गौरतलब है कि झारखंड कांग्रेस के जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी, खिजरी विधायक राजेश कच्छप और कोलेबिरा विधायक नमन बिक्सल कोंगाड़ी को 30 जुलाई की देर शाम बंगाल पुलिस ने रानीहाट मोड़ के पास 48 लाख रुपये कैश के साथ हिरासत में लिया था। रातभर चली लंबी पूछताछ के बाद 31 जुलाई को बंगाल पुलिस ने तीनों विधायकों को गिरफ्तार कर लिया। उधर बंगाल सरकार ने सीआईडी को जांच सौंपी और इधर हिरासत में लिए गये तीनों विधायकों के ही साथी विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह ने प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर के साथ अरगोड़ा थाना जाकर जीरो एफआईआर दर्ज करवाई। 

विधायक अनूप सिंह ने दर्ज कराई थी प्राथमिकी
अरगोड़ा थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में बेरमो विधायक अनूप सिंह ने आरोप लगाया कि डॉ. इरफान अंसारी और बाकी 2 विधायकों ने उन्हें बीजेपी के शह पर झारखंड की मौजूदा हेमंत सरकार को गिराने का प्रलोभन दिया था। अनूप सिंह ने आरोप लगाया कि इरफान अंसारी ने उनको 10 करोड़ रुपये और मंत्रीपद का लालच दिया। गुवाहाटी ले जाकर मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा से मिलवाने की बात कही। इस मामले को बाद में ईडी ने मनी लाउंड्रिंग के तहत दर्ज किया और एक-एक कर सबसे पूछताछ कर रही है। 
 

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