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रांची, वरीय संवाददाता। केंद्रीय सरना समिति एवं अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद की बैठक गुरुवार को आरआईटी भवन में समिति के कार्यालय में हुई। इसकी अध्यक्षता करते हुए समिति के केंद्रीय अध्यक्ष फूलचंद तिर्की ने कहा कि आदिवासियों का अस्तित्व खतरे में है। कहा कि आदिवासियों पर चौतरफा हमला हो रहा है। उन्होंने कहा, कुरमी-कुड़मी को आदिवासी और आदिवासियों को हिंदू बनाया जा रहा है। आदिवासी समाज कुरमी को कभी आदिवासी नहीं बनने देगा। कुडमी आदिवासी बनकर अनुसूचित जनजाति का लाभ लेना चाहते हैं।
अखिल भारतीय आदिवासी विकास परिषद के अध्यक्ष सत्यनारायण लकड़ा बोले, कुरमी का आदिवासी परंपरा-संस्कृति से कोई मेल नहीं है। उन्होंने कहा कि झारखंड में आदिवासी कुरमी के विरोध में सड़कों पर उतरेंगे। बैठक में केंद्रीय सरना समिति के संरक्षक भुवनेश्वर लोहरा, सत्यनारायण लकड़ा, महिला शाखा अध्यक्ष नीरा टोप्पो, नगिया टोप्पो, मीरा बिन्हा, विनय उरांव, प्रमोद एक्का, राधा हेमरोम, उषा खलखो, ज्योत्सना केरकेटा, अंजु तिर्की आदि मौजूद थे।
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