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रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो
जनगणना प्रपत्र में आदिवासी धर्म कॉलम को पुनर्स्थापित करने की मांग को लेकर 28 दिसंबर को करम टोली चौक मोराबादी स्थित केंद्रीय धूमकुडिया भवन में एक राष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किया जाएगा। राष्ट्रीय सेमिनार की तैयारियों को लेकर एक बैठक समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष देवकुमार धान के नेतृत्व में केंद्रीय धूमकुडिया भवन में की गई।
इस बैठक में कहा गया कि आदिवासियों के वर्षों पुरानी अलग धर्म कॉलम की मांग को लेकर पूरे देश के आदिवासी विगत कई वर्षों से देश के विभिन्न राज्यों में आंदोलन कर रहे हैं। इसी आंदोलन की कड़ी में इस राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया है। इस सेमिनार में गुजरात, पश्चिम बंगाल, झारखंड, बिहार, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र, ओडिशा, असम, उत्तर प्रदेश इत्यादि राज्यों के आदिवासी के विभिन्न समुदायों भील, गोंड, संथाल, उरांव, मुंडा, हो, कवर, चेरो, खरवार, खोड़, लोहरा, महली समेत अन्य आदिवासी जनजातियां भाग लेंगी। इस सेमिनार के माध्यम से केंद्र सरकार से यह मांग की जाएगी कि 1951 के पूर्व जनगणना प्रपत्र में आदिवासी धर्म कॉलम था, उसे पुनः स्थापित किया जाए। आदिवासियों की वर्षों पुरानी मांग को पूरा किया जाए। यदि उनकी मांगों को नहीं माना गया तो आने वाले दिनों में आदिवासी धर्म कॉलम के मुद्दे पर देशव्यापी आंदोलन छेड़ दिया जाएगा।
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