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रांची। झारखंड स्टेट बार कौंसिल (जेएसबीसी) के फंड का दुरुपयोग किया गया है। बार कौंसिल में टीए-डीए लेने और उसके भुगतान में घोटाला किया जा रहा है। यह आरोप बार कौंसिल के सदस्य मनोज कुमार ने लगाते हुए इस संबंध में जेएसबीसी को पत्र लिखा है। साथ ही खातों आदि की ऑडिट के लिए डेलॉइट जैसी स्वतंत्र ऑडिटिंग एजेंसी से इसकी जांच कराने की मांग की है। पत्र में लिखा है कि नए वकीलों को एनरोलमेंट प्रमाणपत्र देने में वित्तीय अनियमितता बरती जा रही है। जान बूझकर एक दिन में सिर्फ 40 वकीलों को इनरोलमेंट प्रमाणपत्र दिया जा रहा है। ताकि इसके नाम पर लोगों को बुलाकर टीए-डीए दिया जा सके। इतना ही नहीं जो नए अधिवक्ता एनरोलमेंट के लिए आवेदन देते हैं, उनसे बार कौंसिल रूल बुक नाम की पुस्तक लेने के लिए 250 रुपये जमा कराए जाते हैं। अब तक 1500 से अधिक लोगों से जमा कराया गया है। पत्र की कॉपी से बार कौंसिल के अध्यक्ष, महाधिवक्ता, बीसीआई के सदस्य को अवगत कराया है। वर्ष 2018-19 से दिसंबर 2022 तक की अवधि के खातों की जांच की मांग की है।
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