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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी का आत्मनिर्भर किसान अभियान बोकारो में शुरू

प्रजापिता ब्रह्माकुमारी का आत्मनिर्भर किसान अभियान बोकारो में शुरू
चारों दिशाओं में 2 किसान रखते हुए रवाना
किसानों को आत्मनिर्भर बनने की दी जाएगी जानकारी
मंच पर बैठे अतिथि
मंच पर बैठे अतिथि
उपस्थित श्रद्धालु
उपस्थित श्रद्धालु


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प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय व उसकी सहयोगी संस्था “राजयोग एज्यूकेशन एण्ड रिसर्च फाउण्डेशन” ने अलग – अलग क्षेत्रों में शाश्वत योगिक खेती की जानकारी देने के लिए “आत्मनिर्भर किसान अभियान” का शुभारंभ 11 जनवरी को सेक्टर चार स्थित बोकारो में शुरू हुआ।
चारो दिशा में भ्रमण करेगा 2 रथ
 अभियान के तहत प्रदेश के चारों दिशाओं में 2 दिव्य किसान सेवा रथ” अलग-अलग क्षेत्रों के लिए रवाना किये गए। इन अभियानों में ब्रह्माकुमारी बहनें मार्ग में आने वाले गांवों कस्बों और शहरों में कार्यक्रम आयोजित कर किसानों एवं ग्रामीण जनों को स्वस्थ और स्वच्छ जीवन के लिए सकारात्मक चिंतन को अपनाने तथा राजयोग द्वारा व्यसन मुक्ती, मूल्य शिक्षा एवं तनावमुक्त खुशहाल जीवन की जानकारी देगे ।
माउंट आबू से पहुंचे ब्रह्माकुमार ने दोहराया संकल्प
माउण्ट आबू से आए ब्रह्माकुमार राजू भाई जी ने योग व संकल्प के माध्यम से शाश्वत योगिक खेती का पैगाम दिया और कहा कि हमें किसानों को सशक्त करने का संकल्प लेना होगा। तभी हमारा देश भारत विश्व गुरु बन सकेगा।
हमारे मुख्य अतिथि  बिरंची नारायण विधायक बोकारो विधानसभा झारखंड सरकार ने दीप प्रज्वलित कर अपने विधिवत उद्घाटन शुभ उदबोदन भाषण में किसान सशक्तिकरण हेतु हर संभव प्रयास करने की तहे दिल से प्रशंसा किया। तथा सदैव किसानों के मदद के लिए तत्पर रहने का भी वादा किया। बोकारो ब्रह्माकुमारी सेंटर मुख्य संचालिका कुसुम बहन जी ने अपने अध्यक्षीय प्रवचन के साथ-साथ कार्यक्रम मे आए मुख्य अतिथि, सभी विशिष्ट अतिथि, स्वागत किया। एवं ब्रह्माकुमार शैलेश भाई ने सभी आए हुए अतिथियों के साथ, साथ उपस्थित जनप्रतिनिधि एवं किसानों का धन्यवाद ज्ञापन किया मंच संचालन बी.के. कल्पना बहन ने किया। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में भ्राता तेज प्रताप भाई, मनोज भाई, उदय प्रताप भाई, अलख भाई, विक्रम भाई, कुलंजन भाई, बीरबल भाई, बसंत भाई, अमित भाई, चौधरी भाई, एवं कमला बहन, उषा बहन, सीमा बहन, भवानी बहन, प्रियंका बहन, सुनीता बहन, मीरा बहन, प्रभा माता, कंचन माता, ज्योति बहन, सावित्री माता, एवं सभी ब्रह्मा कुमारीज परिवार का अहम योगदान रहा।