[ad_1]
रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। झारखंड के सरकारी स्कूलों के छात्र-छात्राओं को प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति देने के लिए उनका ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन हो रहा है। इसमें छात्र-छात्राओं के दस्तावेज के साथ-साथ उनके आधार कार्ड की जानकारी देनी पड़ रही है, लेकिन स्कूल के दस्तावेज व आधार कार्ड के दस्तावेज की जानकारी नहीं मिल पा रही है। सबसे ज्यादा परेशानी उनके नाम को लेकर है। छात्र-छात्राओं के नाम की स्पेलिंग अलग हो जाने से प्री मैट्रिक छात्रवृत्ति के लिए रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। स्कूल के दस्तावेज में किसी का नाम संदीप (एसएएनडीईईपी) है तो आधार पर में एसएएनडीआईपी होने से परेशानी हो रही है। इसी तरह विनोद (वीआईएनओडी) के नाम में बीआईएनओडी हो गया है। इस वजह से ऐसे छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन नहीं हो पा रहा है। ऐसा राज्य के किसी एक जिले या कुछ छात्रों के साथ नहीं हो रहा है, बल्कि राज्य के अधिकांश स्कूलों में कुछ न कुछ छात्रों में ऐसे मामले सामने आ रहे हैं।
शिक्षकों का वेतन किया जा रहा बंद
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन की इस समस्या से स्कूलों को दिया गया टारगेट पूरा नहीं हो रहा है। इसका खामियाजा स्कूल के प्रधानाध्यापक और शिक्षकों को भुगतना पड़ रहा है। एक ओर जहां उनका वेतन रोका जा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर उनकी छुट्टियां भी रद्द की जा रही हैं। शिक्षकों का कहना है कि उनके पास बच्चों के नामांकन के समय से ही दस्तावेज भरे गये हैं, वहीं है। बच्चों का आधार कार्ड उनके अभिभावकों या कैंप के माध्यम से बाद में बनवाया गया है। ऑनलाइन रजिस्ट्रेंशन में वे अपने स्कूल के दस्तावेज ही भरेंगे। ऐसे में शिक्षक किस तरह दोषी हो गए।
[ad_2]