Headlines

रामकृष्ण मिशन आश्रम के कार्यक्रम विहिप ने की निंदा

[ad_1]

रांची, वरीय संवाददाता। विश्व हिंदू परिषद, झारखंड प्रांत ने मोरहाबादी स्थित रामकृष्ण मिशन आश्रम के अनुयायियों पर स्वामी विवेकानंद की विचारधारा को धूमिल करने का आरोप लगाया है। संगठन के प्रांत मंत्री डॉ वीरेंद्र साहू ने कहा है कि शिकागो धर्म संसद में स्वामी विवेकानंद ने अपने संबोधन में गर्व से कहो हम हिंदू हैं, कहते हुए हिंदू सांस्कृतिक चिंतन की महत्ता को सर्वमान्य करने पर बल दिया था। उन्होंने भौतिकवाद एवं अध्यात्मवाद के मध्य संतुलन बनाने की बात कही थी। लेकिन रामकृष्ण मिशन, रांची इकाई द्वारा 25 दिसंबर को मोरहाबादी स्थित आश्रम में वैदिक मंत्रों के साथ ईसा मसीह की आराधना कर स्वामी विवेकानंद की विचारधारा को धूमिल करने का प्रयास किया गया है। रामकृष्ण मिशन के अनुयायियों द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन कर समाज को गलत दिशा में ले जाने का प्रयास किया गया है। विश्व हिंदू परिषद इसकी निंदा करता है।

परिषद की ओर से कहा गया कि हिंदू महर्षियों द्वारा शताब्दियों से स्थापित आदर्श और गौरवपूर्ण परंपरा के महत्व को जन साधारण तक पहुंचाने का उद्देश्य लेकर 1887 में रामकृष्ण परमहंस के शिष्य स्वामी विवेकानंद ने रामकृष्ण मिशन की स्थापना की थी। इस मिशन की स्थापना के केंद्र में वेदांत दर्शन का प्रचार-प्रसार है। रामकृष्ण मिशन दूसरों की सेवा और परोपकार को कर्म योग मानता है। जो हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है।

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।

[ad_2]