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रांची। हिन्दुस्तान ब्यूरो
राज्यसभा सांसद समीर उरांव ने साहिबगंज जिले की रबिका पहाड़िन की गत 16 दिसंबर को की गई नृशंस हत्या पर राज्य सभा में चर्चा की। चर्चा के दौरान पूरे सदन में झामुमो-कांग्रेस नीत सरकार के विरुद्ध शेम-शेम के नारे लगे।
शून्यकाल में गुरुवार को उठाए गए सवाल पर सांसद ने कहा कि झारखंड की वर्तमान सरकार (झारखंड मुक्ति मोर्चा, कांग्रेस एवं राजद गठबंधन) की तुष्टीकरण की नीति के कारण एक समुदाय विशेष के हौसले बुलंद हो गए हैं। इससे जनजातीय समुदाय के समक्ष माटी, रोटी और बेटी का अस्तित्व बचाने का प्रश्न खड़ा हो गया है। उन्होंने कहा कि बेटी रबिका की नृशंस हत्या से पूरा जनजातीय समुदाय सदमे में है। झारखंड के जनजातीय समुदाय की महिलाओं को ऐसे लोगों ने भौतिक एवं राजनैतिक लाभ प्राप्त करने का साधन-मात्र बना लिया है। संसद के उच्च सदन राज्यसभा में घटना पर चिंता व्यक्त की गई और हो रहे षड्यंत्र की जांच की मांग की गई। सांसद समीर उरांव ने ऐसे षड्यंत्रों से जनजातीय समुदाय की जनसांख्यिकी और संस्कार-संस्कृति को हो रहे गहरे नुकसान पर भी सदन का ध्यान आकृष्ट किया।
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