3 साल से नौकरी की आस लगाए बैठे कई युवाओ की उम्र अब नौकरी के लिए नहीं बचेगी
नए साल में सरकार से युवाओं को है बेहतर नियोजन की उम्मीद
3 वर्ष में राज्य के सभी जिलों में शिक्षित युवाओं की हुई है फौज खड़ी
cross fluid
29 दिसंबर 2023 को झारखंड सरकार के 3 साल पूरे हो गए। इसके साथ ही सरकार की ओर से किए गए वादे और दावे भी अब सवालों के घेरे में हैं। हजारों युवाओं ने दिन रात मेहनत कर जेपीएससी और जेएसएससी की तैयारी में लगाए लेकिन कोर्ट ने सरकार की नियोजन नीति को एक झटके में तोड़ दिया। ऐसे में सरकार नए साल पर युवाओं को क्या तोहफा देगी इस बात को लेकर अभी फिलहाल संशय की स्थिति है। यही नहीं युवाओं का भविष्य भी अधर में लटक गया है।
5 लाख नौकरी का वादा झूठा साबित हुआ
2019 में जब झामुमो के नेतृत्व में जब सरकार बनी तो उनके घोषणा पत्र में यह वादा किया गया था कि दो सालों के अंदर पांच लाख युवाओं को नौकरी देगी। जबकि आंकड़ों पर गौर करें तो सरकार युवाओं को सीधी नियुक्ति नहीं दे पाई है।JSSC ने तीन सालों में की मात्र 357 नियुक्तियां हुई है जबकि जेपीएससी की ओर से मात्र एक ही परीक्षा ली गई है। हालांकि सरकार नियोजन नीति को लेकर सुप्रीम कोर्ट जाने का मन बनाया है। वही कई मंत्रियों का कहना है कि नियोजन नीति में फेरबदल कर झारखंडी ओं को नौकरी दिया जाएगा। लेकिन इस बात में कितनी सच्चाई है और आगे क्या होने वाला है इसको लेकर फिलहाल प्रश्नचन्ह लगा हुआ है।ऐसे में
झारखंड के समस्त जिलों में शिक्षित बेरोजगार युवाओं की फौज बढ़ती जा रही है। जो आने वाले समय में सरकार की परेशानी बढ़ा सकती है।