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रांची, हिन्दुस्तान ब्यूरो। वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के बैनर तले राज्य के शिक्षकों व कर्मचारियों ने झारखंड विधानसभा के सामने बुधवार को महाधरना दिया। स्कूल-कॉलेजों के अधिग्रहण या घाटा अनुदान देने की मांग को लेकर यह घेराव किया गया। धरना में संस्कृत स्कूलों के शिक्षक पीला वस्त्र पहने थे। वहीं, मदरसा शिक्षक सिर पर टोपी पहने हुए थे। धरना स्थल से ही मुख्यमंत्री को अधिग्रहण की मांग को लेकर ज्ञापन दिया गया।
वित्तरहित शिक्षा संयुक्त संघर्ष मोर्चा गुरुवार को विधायक कुमार जयमंगल के नेतृत्व में मुख्यमंत्री से मिलेगा। मोर्चा ने सरकारी स्कूलों के समान पोशाक, साइकिल, पुस्तक व अन्य सुविधाएं वित्त रहित स्कूलों- कॉलेजों को देने, सेवानिवृत्ति की उम्र 62 वर्ष करने की भी मांग की। बताया गया कि जनवरी में गोड्डा जिले के महगामा इंटर कॉलेज में राज्यस्तरीय सम्मेलन करने का निर्णय लिया गया है। इसमें 4000 प्रतिनिधि शामिल होंगे। इसके साथ ही, ज्यादा से ज्यादा विधायकों से अधिग्रहण से संबंधित पत्र मुख्यमंत्री को दिलाने का निर्णय लिया गया। महाधरना का नेतृत्व सुरेंद्र झा, रघुनाथ सिंह, हरिहर प्रसाद कुशवाहा, फजलुल कादिर अहमद, अरविंद सिंह, मनीष कुमार, अमृत महतो, गणेश महतो, रघु विश्वकर्मा, डॉ देवनाथ सिंह और अनिल तिवारी कर रहे थे।
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