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ग्रामीण स्वयं करने लगे है अफीम की फसलों को नष्ट

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खूंटी, संवाददाता

खूंटी जिले में वर्ष 2005 से पोस्ता की खेती शुरू हुई और 2007 से यह रफ्तार पकड़ने लगी। अवैध पोस्ता की खेती 17 सालों में इतने बड़े पैमाने पर होने लगी कि अब इस पर लगाम लगाना काफी कठिन काम हो गया है। लेकिन, इन सबके बीच इस वर्ष पुलिस ने पोस्ता की फसलों को नष्ट करने का नया तरीका पौधों में फुल आने से पहले ही शुरू कर चुकी है। पुलिस गांवों में जागरूकता अभियान चलाने के साथ ग्रामीणों को अपने साथ पोस्ते के खेतों में लेकर जा रहे हैं, जहां ग्रामीणों के साथ मिलकर पुलिस हल-बैल, ट्रैक्टर, गैंता व कुदाल का इस्तेमाल कर पोस्ते की फसलों को नष्ट कर रही है।

शनिवार को मारंगहादा थाना क्षेत्र के जोजोहातू और दुलमी गांवों में पुलिस ने ग्रामीणों के साथ मिलकर दो एकड़ में लगे पोस्ता की फसलों को नष्ट कर दिया। इसके बाद उन्हीं खेतों में रबी फसल की बुआई किसानों ने शुरू कर दी।

उधर, अड़की थाना क्षेत्र के सोसोकुटी पंचायत अंतर्गत गोड़ाहप्पा गांव में थाना प्रभारी मो इकबाल हुसैन के नेतृत्व में पुलिस ने एक एकड़ में लगे पोस्ता की फसल को नष्ट कर दी है। अड़की थाना क्षेत्र के बाड़ीनिजकेल पंचायत के कंटड़ापीड़ी गांव के आरासायपीड़ी पहाड़ के किनारे पुलिस ने अवैध शराब की भट्ठी को नष्ट करते हुए 50 किलो महुआ जावा समेत चुलाई शराब को नष्ट कर दिया है।

यह हिन्दुस्तान अखबार की ऑटेमेटेड न्यूज फीड है, इसे लाइव हिन्दुस्तान की टीम ने संपादित नहीं किया है।

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