नौकरी नहीं तो जमीन वापस लेकर रहेंगे विस्थापित
बोकारो में विस्थापितों की जमीन कौड़ी के भाव बेच रहे हैं बीएसएल अधिकारी
हर सेक्टर में कब्जा करनेवालों को पानी और बिजली मिल रही है मुफ्त
विस्थापित यदि गुमटी भी करता है तो उसे तोड़ दिया जाता
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बोकारो स्टील प्लांट(Bokaro steel plant) में जमीन के बदले नियोजन और मुआवजा की मांग को लेकर विस्थापितों ने एडीएम गेट के पास 11 मई को जोरदार प्रदर्शन किया। वक्ताओं ने कहा जबतक विस्थापितों को एक मुश्त नौकरी और मुआवजा नहीं मिल जाता तबतक विस्थापित आंदोलन करेंगे। मौके पर मौजूद विस्थापित संगठन के अध्यक्ष ललित नारायण ने बीएसएल के अधिकारी यहां की जमीन कौड़ी के भाव बेच रहे है। हर क्षेत्र में अतिक्रमण दिखाई दे रहा है लेकिन यह वास्तव में अतिक्रमण नहीं बल्कि बीएसएल के नगर सेवा भवन के अधिकारियों की सेविंग अकाउंट है। जहां हर माह किराए के रूपए में एक निश्चित राशि डाल दी जाती है। लेकिन विस्थापित यदि दुकान लगाना चाहे भी तो उन्हें खदेड़ दिया जता है। उन्होंने कहा बीएसएल के क्वार्टरों का भी अवैध इस्तेमाल किया जाता है। यहां के अधिकारी विभिन्न संगठनों के नाम क्वार्टर रख उन्हे किराए पर दिए है। यही नहीं अवैध क्वार्टरों में कब्जे इनकी मर्जी के बगैर नहीं होता है। कहा बीएसएल प्रबंधन विस्थापितों के इंसान नहीं समझते है। जिस कारण इस तीखी धूप में टेंट लगाने की अनुमति नहीं दी है। हर दिन बीएसएल की ओर से धमकी दिया जाता है। जिसे अब बर्दास्त नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा विस्थापित अब आर पार की लड़ाई लड़ने को तैयार है। अब विस्थापित ही नहीं बल्कि उनके घरों से महिलाएं भी निकलकर आंदोलन करेंगी। इस अवसर पर आनंद महतो,संतोष कुमार महतो, कालीचरण महतो, छोटा बाबू सुरेश कुमार महतो, विजय कुमार सहित अन्य शामिल रहे।(sail)