बारिश के पानी में ही बह गया बोकारो का गवई बराज
करीब 150 करोड़ की लागत से बन रहा है गवई बराज
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बोकारो (Bokaro)के चास व चंदनकियारी के महत्वकांक्षी परियोजना गवई बराज(gawai baraj) का एक हिस्सा 3 अगस्त को बारिश के पानी में टूट गया। नहर के इस हिस्से में पानी नहीं छोड़ा गया था। बल्कि काफी घटिया निर्माण के कारण यह बराज टिक नहीं सका। सिलफोर और डाबरबहाल गांव के बीच टूटे इस नहर के निर्माण को लेकर अब भ्रष्टाचार के जांच की मांग भी उठने लगी है। 30 जुलाई को टेस्टिंग के लिए इस गवई बराज में पानी छोड़ा गया। जिसके बाद किसानों में उम्मीद थी कि अब किसानों के खेतों में गवई नदी का पानी आ सकेगा। उन्हें बारिश पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। लेकिन ठिक इसके विपरित पानी छोड़े बगैर नहर का यह हिस्सा पूरी तरह से टूट गया। घटना के बाद तेनुघाट बांध प्रमंडल के अधिकारियों ने किसी भी प्रकार का जवाब देने से बचते रहे। हालांकि अब इलाके के नेताओं ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है। जब नहर बनकर तैयार हो रहा था तब स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने इसका क्रेडिट लेने के लिए आगे आ रहे थे। लेकिन अब नहर टूटा है तो कोई नहीं आ रहा है।