बीएसएल के नगर सेवा भवन में भ्रष्टाचार उजागर,एसपी से शिकायत
अधिकारियों ने अपने ही कर्मचारी को आवंटित कराया तीन आवास
आवंटित आवासों को लगाया किराए में,लाख लाख रूपए की वसूली
अधिकारी की उपेक्षा पर एसपी से कर्मचारी ने की शिकायत,केस दर्ज
Crossfluid.com
बोकारो स्टील प्लांट(BSL) के नगर सेवा भवन में कार्यरत अधिकारियों के भ्रष्टाचार का एक और मामला उजागर हुआ है। जिसमें अधिकारियों ने अपने ही एक अनपढ़ कर्मचारी के नाम तीन आवास आवंटित कर उक्त आवासों को किराए पर लगाया है। यही नहीं जब इसकी जानकारी कर्मचारी को हुई तो उन्होंने इसकी शिकायत नगर सेवा भवन के अधिकारियों से की लेकिन अधिकारियों ने मामले पर कोई कार्रवाई नहीं की। जिस कारण पीड़ित कर्मी ने इसकी शिकायत बोकारो के पुलिस अधीक्षक से की है। जिसके बाद एसपी ने उक्त मामले पर केस करने के लिए सेक्टर चार थाने में रेफर कर दिया है। अब मामले को लेकर बीएसएल के अधिकारी लीपापोती में जुट गए है।(sail)
बीमार इंप्लाई को अधिकारियों ने बनाया शिकार
बीएसएल(BSL) के बीमार कर्मचारी बिरजू प्रसाद डोम जो लंबे समय से लकवाग्रस्त थे। पीड़ित कर्मचारी का स्टाफ नंबर 763260 है। उन्हें बीएसएल की ओर से सेक्टर चार ई एक ई टाईप आवास 1107 आवंटित किया गया है। जबकि उसके पे स्लीप में एक डी टाईप समेत तीन आवासों का आवंटन दर्शाया गया है। जिसका किराया भी प्रतिमाह बीएसएल की ओर से वसूला जा रहा है। इस पूरे प्रकरण में अधिकारियों की मिलीभगत से इंकार भी नहीं किया जा सकता है। यही नहीं आवंटन विभाग के कर्मचारी भी इसमें संलिप्त हो सकते है।
एसपी को दिए आवेदन में लगाया आरोप
बोकारो एसपी को दिए आवेदन में पीड़ित ने कहा है कि उनके सहयोगी अजय कुमार ने नगर सेवा भवन में मौजूद अधिकारियों से अपने बेहतर संपर्क की बात बताकर आवास परिवत्तन करने का भसोसा दिलाया और उससे 10 हजार रूपए भी घुस देने के लिए ले लिए। इसके बाद उन्होंने कुछ कागजात पर दस्तखत कराकर उनके इंडियन ओवरसीज बैंक का ब्लैंक चेक भी ले लिया। इन सभी कारणों के बाद उन्हें जब इसमें संदेह हुआ तो वे नगर सेवा भवन पहुंचे और अपने आवास की स्थिति जाननी चाही। लेकिन अधिकारियों ने उसकी एक न सुनी। जिसके बाद वह सेक्टर चार थाना पहुंचा। वहां सुनवाई नहीं होने पर उन्होंने एसपी को आवेदन दिया।
सभी आवासों पर लगा हुआ है किराया
कर्मचारी के नाम पर आवंटित सभी आवासों को किराए पर लगाया गया है। जिन आवासों को अवैध रूप से किराए में लगाया गया है उनमें चार ई आवास संख्या 1107 इसमें वे स्वंय रह रहे है। इसके अलावा सेक्टर चार ई आवास संख्या 2255 सेक्टर, चार जी आवास संख्या 4137 डी टाॉईप, सेक्टर तीन सी आवास संख्या 0057 शामिल है। पीड़ित कर्मी ने बताया कि इन आवासों में बबन कुमार, बंटी सिंह, जय सिंह किराया देकर लंबे समय से रह रहे हैं। बंटी सिंह, जय सिंह व बबन कुमार ने बताया कि इसके एवज में उन्होंने एक मोटी रकम दी है।
ब्लैंक चेक पर लोन लिया
पीड़ित के ब्लैंक चेक पर आरोपी ने लोन भी ले लिया है। बैंक में लोन लेने के लिए बीएसएल कर्मचारी रामप्रसाद मांझी को गारंटर बनाया। श्री मांझी के एलआईसी का पेपर मॉर्गेज के रूप में बैंक में जमा किया। बैंक का किस्त ना देने के बाद श्री मांझी का दो लाख रुपए का एलआईसी बैंक ने जप्त कर लिया।