लंबे समय बाद बोकारो विधायक ने तोड़ी चुप्पी
लगातार ब्लॉक टूटने की घटना पर विधायक ने कहा
विधायक ने कहा जर्जर आवासों का नहीं हो रहा मरम्मत
बीएसएल कर्मचारियों के आवासों को ठीक करने को कहा
Bokaro:बोकारो (Boakro)इस्पात प्रबंधन अपनी कुंभकर्णी निद्रा से जागे और बोकारो वादियों के सुरक्षा के लिए जर्जर आवासों का मरम्मतिकरण जल्द शुरू करे। ये बातें बोकारो विधायक बिरंची नारायण ने अपने आवासीय कार्यालय पर 10 सितंबर को आयोजित प्रेसवार्ता में कहा । रविवार की सुबह सेक्टर 12/ई के आवास संख्या 1017 से 1024 की पानी टंकी और सीढियां ध्वस्त होने की घटना का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि आवासों की स्थिति जर्जर हो चुकी है। इसके संबंध में वे वर्ष 2020 से लेकर अबतक अनेकों बार प्रबंधन के साथ वार्ता में रख चुके हैं। परंतु इसका कोई असर प्रबंधन पर नही पड़ा । विधायक ने कहा कि बोकारो इस्पात इस्पात संयंत्र का काम मात्र लोहा और इस्पात बनान नहीं है । उसे यहां के नागरिक सुख सुविधाओं का भी ध्यान रखना होगा। प्रबंधन तुरंत जर्जर ब्लॉकों को चिन्हित कर युद्धस्तर पर इनका मरम्मत शरू करे और यदि जरूरत पड़े तो आवासधारियों को किसी दूसरे सुरक्षित आवास में शिफ्ट कराए । उन्होंने कहा कि लगभग 37,000 आवास हैं जिसमे प्लांट कर्मियों के पास 11,000, लीज़ पर लगभग 4000, लाइसेंस पर लगभग4000 आवास नॉन बी एस एल को ,10000 आवास लाइसेंस पर तथा लगभग 5000 आवास ऐसे हैं जो या तो खाली पड़े हुए हैं या अवैध कब्जे में है । अपराधिक तत्वों और बीएसएल कुछ कर्मियों और अफसर की मिलीभगत से यह पूरा गोरख धंधा फल फूल रहा है। प्रबंधन तत्काल इस पर रोक लगाएं ।
जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ रहा बीएसएल
बीएसएल प्रबंधन बार-बार यह कहकर अपना पल्ला झाड़ लेता है कि लाइसेंस और लीज धारकों के आवास का बाह्य अनुरक्षण उसकी प्राथमिकता में नहीं है परंतु प्रबंधन द्वारा उनसे मेंटेनेंस का शुल्क लिया जाता है । लीज व लाइसेंस धारक बोकारो इस्पात संयंत्र से सेवानिवृत हुए हैं उनके प्रति प्रबंधन का यह रवैया अमानवीय है । प्रबंधन के द्वारा केवल सेक्टर 12 के आवासों के बाह्य अनुरक्षण के लिए लगभग 40 करोड़ का बजट आवंटित कर कहा गया कि विशेष रूप से यहां मेंटेनेंस का काम किया जाएगा परंतु अबतक कुछ नहीं हुआ और प्रत्येक दिन छोटी बड़ी दुर्घटना हो रही है ।