बोकारो में तीन दिवसीय बसंत मेले का 12 फरवरी को हुआ समापन
नए तेवर और नए राग के साथ बढ़ रहा बोकारो
बोकारो इस्पात प्रबंधन के वर्क डिवीजन को मिला प्रथम पुरस्कार
सीएसआर विभाग रहा सेकंड, बिजनेस एक्सीलेंस थर्ड
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बोकारो इस्पात नगर के पुस्तकालय मैदान में आयोजित तीन दिवसीय बसंत मेला 12 फरवरी की देर रात तक समापन समारोह चला। मेले के अंतिम दिन शहरवासियों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। प्रत्येक स्टॉल में भारी संख्या में लोगों ने जानकारी ली इसके अलावा खाने के स्टाल में भी लोगों की भारी भीड़ रही। मेले के अंतिम दिन विजेताओं की घोषणा बीएसएल प्रबंधन की ओर से की गई। जिसमें बोकारो स्टील प्लांट के वर्क डिवीजन को प्रथम पुरस्कार से नवाजा गया। जबकि सीएसआर विभाग द्वितीय स्थान पर रहा ।वहीं बिजनेस एक्सीलेंस तीसरे स्थान पर और मेडिकल हेल्थ सर्विसेज को सांत्वना पुरस्कार दिया गया ।यह पुरस्कार बोकारो इस्पात प्रबंधन के कार्यकारी निदेशक प्रभारी की ओर से सभी विभागों के प्रमुख को सौंपा गया।
10 फरवरी को शुरू हुआ था बसंत मेला
बोकारो के पुस्तकालय मैदान में निदेशक प्रभारी अमरेंद्र प्रकाश के निर्देश पर बसंत मेले का आयोजन कई वर्षों बाद शुरू किया गया। जिसे लेकर लोगों में भारी उत्साह देखा गया। बोकारो इस्पात प्रबंधन की ओर से इस मेले में 35 स्टाल लगाए गए थे। जिसमें प्लांट का यूनिट किस प्रकार काम करता है इसे शहर वसियों को
दिखाया गया। यही नहीं आसपास के बड़े से लेकर छोटे दुकानों ने भी स्टॉल लगाया। जिस पर लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी। 3 दिनों तक मेले के कारण पूरा पुस्तकालय मैदान शहरवासियों के लिए प्रमुख केंद्र बना रहा।
नए तेवर और नए राग के साथ बढ़ रहा बोकारो
बोकारो इस्पात प्रबंधन की ओर से विगत एक दशक से किसी भी प्रकार का कोई बड़ा आयोजन नहीं किया गया था। जिस कारण इस शहर की गिनती डूबते हुए शहर के रूप में की जा रही थी। जिसमें निदेशक प्रभारी अमरेंदु प्रकाश ने जान फूंकने का काम किया। इस दौरान बीएसएल में कई मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी आए और गए लेकिन किसी ने भी शहर को गतिशील बनाने की दिशा में कोई काम नहीं किया। जिस कारण शहर के लोग अब मायूस होकर अन्य शहरों की ओर रुख करने लगे थे। ऐसे में निदेशक प्रभारी ने पहले हैप्पी स्ट्रीट फिर हाफ मैराथन और अब बसंत मेला का आयोजन कर शहर वासियों का दिल जीत लिया। हालांकि अभी निवेशक प्रभारी के समक्ष कई सारी चुनौतियां हैं। जिससे निपटने की जरूरत है इसके लिए स्वयं निदेशक प्रभारी ने स्थानीय लोगों को जागरूक रहने के टिप्स दिए हैं। जिसके तहत उन्होंने कहा है कि यदि कहीं भी कोई समस्या दिखती है तो वह स्वयं मुझे व्हाट्सएप करें। ताकि उक्त समस्या का त्वरित समाधान किया जा सके।