Coalblock-पर्वतपुर कोल ब्लॉक जेएसडब्ल्यू को मिलने की उम्मीद
234 मिलियन कोयले का भंडार इसी कोल ब्लॉक में है
कोल ब्लॉक के चालू होने से हजारों लोगों को मिलेगा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार
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बोकारो जिले के बंद पड़े पर्वतपुर कोल ब्लॉक जेएसडब्ल्यू को मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।
क्लोज बीड में जेएसडब्ल्यू ने पर्वतपुर कोल ब्लॉक की नीलामी में सबसे ऊपर है। कोल ब्लॉक के क्लोजिंग बीड में पर्वतपुर को पहले ही शामिल किया गया था। कुल 10 कोल ब्लॉक में झारखंड के दो कोल ब्लॉक पर्वतपुर एवं पाताल ईस्ट कोल ब्लॉक शामिल हैं।
कोलगेट प्रकरण में रद्द हुआ था पर्वतपुर कोल ब्लॉक
कोलगेट प्रकरण में पर्वतपुर कोल ब्लॉक को इलेक्ट्रोस्टील से सरकार ने छीन लिया था। जिसके बाद इसी कोल ब्लॉक को स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड को सौंप दिया गया लेकिन कोयले की गुणवत्ता बेहतर नहीं होने के कारण सेल ने इसके खनन से इनकार कर दिया जिसके बाद सरकार ने भारत कोकिंग कोल लिमिटेड [बीसीसीएल] को इसका कस्टोडियन बनाया। स्कूल ब्लॉक के बंद रहने के कारण हजारों लोगों के रोजी रोजगार पर गहरा असर पड़ा है कॉल ब्लॉक पर निर्भर करीब 8 सौ से अधिक मजदूर बेकार हो गए हैं यही नहीं अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े कई हजार मजदूरों को इससे नुकसान पहुंचा है अब 7 साल बाद एक बार फिर से सरकार ने इससे जान फूंकने की कोशिश की है।
स्टील प्रोडक्शन करती है जेएसडब्ल्यू
जेएसडब्लयू स्टील निर्माता कंपनी है। पर्वतपुर कोल ब्लॉक कोकिंग कोल ब्लॉक है। उक्त कोल ब्लॉक की नीलामी चंदनकियारी क्षेत्र के लिए एक उम्मीद है। हजारों लोगों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रुप से रोजगार मिलेगा। उक्त कोल ब्लॉक को चालू की मांग कई स्तरों पर की जाती रही है।
234 मिलियन कोयले का भंडार है
234 मिलियन टन कोयले का भंडार है। सालाना उत्पादन 1.2 मिलियन टन होने की संभावना है। बहुत जल्द पर्वतपुर कोल ब्लॉक को खनन के लिए जेएसडब्ल्यू को आवंटित किए जाने का संकेत है।