बोकारो का हंस मंडप महज दो घंटे में हुआ खाक
मंडप के डेकोरेशन सहित अन्य कीमती सामान भी जले
मंडप में मौजूद मूर्तियों को बचाया गया,दो मूर्ति जली
इस्कॉन मंदिर के पूजारी ने लगाया दो पर आरोप
Crossfluid.com
बोकारो (Bokaro)शहर के सेक्टर वन स्थित वातानुकूलित हंस मंडप(Hans Mandap) में 11 जुलाई की सुबह अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग की लपटें इतनी तेज हो गई कि पूरा मंडप महज दो घंटे के अंतराल में राख बन गया। यही नहीं आग लगने के बाद धूंए का गुब्बार इतना उठा की आसपास के लोग इस अग्नि से दहशतजदा हो गए। यही नहीं आगलगी में इस मंडप में रखे गए भगवान जगन्नाथ बहन सुभद्रा और बलभद्र को बाहर मैदान में रख दिया गया। लेकिन निमाई-निताई और प्रभु पाल की मूर्तियां आगलगी से पूरी तरह से जल गई। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना बीएसएल के फायर विभाग को दी। जिसके बाद फायर की पांच गाड़ियों ने आग पर काबू पाया। लेकिन तबतक सबकुछ जलकर नष्ट हो चुका था।
शादी विवाह के लिए होता है इस बैक्विट हॉल का प्रयोग
बोकारो स्टील सिटी(Bokaro steel city) के सेक्टर वन स्थित हंस मंडप का इस्तेमाल मांगलिक और धार्मिक कार्यक्रमों के लिए बैंक्वेट हॉल की तरह होता है। शादियों के लिए भी इसकी बुकिंग की जाती थी। मंडप के ही एक हिस्से में इस्कॉन का मंदिर स्थित है। यहां राधा-कृष्ण, निमाई-निताई और प्रभु पाल की मूर्तियां स्थापित थीं। मंगलवार का दिन यहां भक्तों की भारी भीड़ भी उमड़ रही थी। सुबह साढ़े आठ बजे के आसपास अचानक आग लग गई। मंदिर परिसर में मौजूद लोग कुछ समझ पाते, उसके पहले ही देखते-देखते तेज लपटें उठने लगीं। स्थानीय लोगों का कहना है कि आग संभवतः शॉर्ट सर्किट से लगी, लेकिन मंदिर संचालक जगन्नाथ दास ने कहा कि इतनी बड़ी आग बगैर किसी साजिश के नहीं लग सकती। उन्होंने कहा है दो लोगों ने आगलगी की घटना को अंजाम दिया है।
Bokaro News in Hindi
Bokaro News, Bokaro Samachar