Bokaro-Softwere-Tech-Park:बोकारो के जरीडीह में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क को केंद्र की मिली हरी झंडी
20 एकड़ में 200 करोड़ की लागत से बनेगा सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क
बोकारो के साथ साथ आसपास के जिले में डिजिटल प्रोग्राम को मिलेगा बढ़ावा
औद्योगिक विस्तार में यह पार्क होगा सहायक,जल्द ही काम होगा शुरू
crossfluid.com
बोकारो के जरीडीह स्थित केंदुआडीह में टेक्नोलॉजी सेंटर(सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क) की स्थापना की जाएगी। इसके लिए जमीन का विवरण सहित अन्य कागजी प्रक्रिया पूर्व में ही जिला प्रशासन की ओर से पूरी कर ली गई थी। दो वर्ष पूर्व यहां की इस जमीन को सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क के रूप में विकसित करने को लेकर तमाम दिशा निर्देशों का पालन किया जा चुका है। तभी से केंद्र सरकार की हरी झंडी का इंतजार था। जिसपर आखिरकर केंद्र सरकार ने सहमति प्रदान कर दी। फिलहाल कोविड के बाद केंद्र सरकार ने देश के छोटे शहरों में डिजिटल संभावना का विस्तार करना शुरू कर दिया है। जिससे देश के कोने कोने तक डिजिटल प्रोग्राम को बढ़ावा दिया जा सके। इसके लिए छोटे शहरों में सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क की स्थापना की जा रही है। केंद्र की मोदी सरकार ने 22 सॉफ्टवेयर पार्क के गठन की मंजूरी प्रदान कर दी है। इलेक्ट्रॉनिकी और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अनुसार झारखंड के जमशेदपुर, बोकारो और धनबाद में सॉफ्टवेयर पार्क का निर्माण किया जाएगा। झारखंड के रांची और देवघर में पूर्व से ऐसे पार्क का गठन हो चुका है।
20.46 एकड़ भू भाग में इसके निर्माण पर खर्च होंगे 200 करोड़
सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार की ओर से स्थापित होनेवाले इस परियोजना में केद्र सरकार की ओर से 200 करोड़ रूपए खर्च की जाएंगी। इस सेंटर के स्थापित होने के बाद न सिर्फ बोकारो का विकास टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में व्यापक होगा बल्कि बोकारो स्टील प्लांट,वेदांता ईएसएल सहित अन्य कंपनियों को इससे व्यापक लाभ मिलेगा। इसके अलावा अन्य उद्यमियों को अन्यत्र जाने की जरूरत भी नहीं होगी। इस टेक्नोलॉजी सेंटर से न सिर्फ इसका लाभ उद्योगों को मिलेगा, बल्कि धनबाद, रामगढ़, गिरिडीह और पुरुलिया सहित आसपास के इलाकों में स्थापित उद्योगों को प्रशिक्षित श्रमिक प्राप्त हो सकेंगे।