झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो पंचतत्व में हुए विलीन
मुख्यमंत्री की उपस्थिति में राजकीय सम्मान के साथ दी गई विदाई
उनके एकमात्र पुत्र अखिलेश ने दी मुखाग्नि
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झारखंड के शिक्षा मंत्री जगन्नाथ महतो 7 अप्रैल को अपने पैतृक गांव भंडारीदह दामोदर नदी घाट पर पंचतत्व में विलीन हो गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित कैबिनेट मंत्रियों ने जगन्नाथ महतो को अंतिम विदाई दी। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में राजकीय सम्मान के साथ स्वर्गीय महत्व को भंडारीदह मुक्तिधाम में बड़े बेटे अखिलेश महतो उर्फ राजू ने अपने पिता को मुखाग्नि दी। अलारगो स्थित आवास से जैसे ही शव यात्रा निकली हजारों की संख्या में मौजूद लोगों ने जगन्नाथ महतो अमर रहे के नारे लगाए।
सीएम लगभग डेढ़ घंटे तक दिवंगत मंत्री की आवास में रहे। उसके बाद दामोदर घाट चले गए। मुखाग्नि के बाद सीएम रांची के लिए रवाना हो गए। इस दौरान राज्य के मुख्यमंत्री, विधानसभा अध्यक्ष, कांग्रेस प्रदेश प्रभारी, आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, बदल पत्रलेख, चंपई सोरेन, मिथिलेश ठाकुर और विधायक उमाशंकर अकेला झारखंड के महाधिवक्ता, महुआ माजी, पूर्व सांसद रविंद्र पांडे, बोकारो विधायक बिरंची नारायण मौजूद रहे। कार्यक्रम में शामिल आजसू सुप्रीमो सुदेश महतो ने कहा कि ‘जगन्नाथ महतो का जाना राजनीति के लिए अपूरणीय क्षति है। इसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता।वह जनता से जुड़कर काम करते थे और हमेशा लोगों के बीच रहते थे।गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने कहा कि उनका ना रहना किस क्षेत्र के लिए और राज्य के लिए बहुत बड़ी क्षति है. वह जन नेता थे।