sail:सेल कर्मचारियों के भाग्यविधाता पर फूटने लगा गुस्सा
एनजेसीएस नेताओं की चुप्पी के बीच अधिकारियों को मिल रहा पीआरपी
कर्मचारियों के 39 माह के एरियर पर नेता और प्रबंधन खामोश
अंदर ही अंदर कर्मचारियों में सुलग रहा आक्रोश की आग
अधिकारी और कर्मचारियों में भारी भेदभाव से युवा कर्मचारी नाराज
भिलाई स्टील प्लांट में अब युवाओं का बढ़ रहा दबदबा
भिलाई से सिख ले रहे हैं अन्य स्टील प्लांट के युवा
Steel Authority of India (SAIL) Ltd.
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स्टील अथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड (Steel Authority of India Limited) में कर्मचारी और अधिकारियों के बीच भेदभाव को लेकर कर्मचारी गुस्से में है। हर क्षेत्र में अधिकारियों को लाभ मिल रहा है लेकिन यूनियन नेताओं(NJCS) की रहस्यमय चुप्पी के कारण कर्मचारियों के अधिकारों का हनन हो रहा है। अधिकारियों के फैसले एक ही बैठक में क्लियर किए जा रहे है लेकिन कर्मचारियों के फैसले में वर्षों लग रहे है। ऐसे में अब प्लांट की धमन भठ्ठी सहित अन्य क्षेत्रों में पसीना बहा रहे कर्मचारियों को प्रबंधन अंग्रेजों की भांति गुलाम बना रखा है। जिससे प्लांट के अंदर क्रांतिकारियों का जन्म भी हो रहा है। भिलाई स्टील प्लांट में युवाओं के संगठन को अब प्रबंधन जवाब नहीं दे पा रही है। क्योकि युवा अब अपने अधिकारों की बात कहने लगे है। जल्द ही सेल के अन्य प्लांटों की स्थिति और परिस्थिति बदलनेवाली है।
अधिकारियों को मिलने लगा पीआरपी की राशि
भले ही सेल के कर्मचारियों के एरियर मुद्दे पर प्रबंधन चुप हो लेकिन अधिकारियों के साथ किए वादे को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे है। चुपचाप अधिकारियों के खाते में पीआरपी की राशि डाली जा रही है। ताकि अधिकारियों को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।अधिकारियों को पीआरपी की पहली किस्त 20 प्रतिशत राशि का पहले कर दिया जा चुका है। अब 35% राशि का भुगतान करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।शेष 40 प्रतिशत राशि दीपावली के अवसर पर दी जाएगी।
कर्मचारियों का भाग्य एनजेसीएस नेताओं के हाथ में
दिनरात मेहनत कर प्लांट में उत्पादन वृद्धि करनेवाले कर्मचारियों का भविष्य कुछ एनजेसीएस नेताओं के हाथों में है। उनकी कृपा हुई तो 39 माह का एरियर मिलेगा और नाईट अलाउंस भी मिलेगा। लेकिन यदि इन नेताओं की कृपा नहीं हुई तो कुछ भी नहीं मिलेगा। ऐसे में कई अंधभक्त कर्मचारी भी है जो दिनरात बुजुर्ग हो चुके यूनियन नेताओं की दरबारी में दिनरात लगे है। यहां के कर्मचारियों को सिर्फ एक खुंटे की जरूरत है। जिसे वे पकड़कर अपने और अन्य कर्मचारियों की हक में सेंधमारी कर रहे है। लेकिन अब युवा कर्मचारी अपना फैसला स्वयं करने की ओर बढ़ने भी लगे है। जिस कारण यूनियन नेताओं का विरोध भी होने लगा है।
सम्मानजनक एमजीबी भी नहीं मिला कर्मियों को
बोकारो स्टील प्लांट के कई कर्मचारी संगठनों में मौजूद कर्मियों ने कहा है सेल कर्मियों को सम्मानजनक एरियर का भुगतान नहीं किया गया। अधिकारियों के मुकाबले सभी मानकों में कर्मचारियों की सुविधा में कटौती कर दी गई है। लेकिन यूनियन नेता सिर्फ अपने बेहतर संबंधों के कारण चुप है। सभी का कहना है कि वार्ता करेंगे। लेकिन वार्ता में सिर्फ होटलो में ठहरने व सुविधा भोग करने के अलावा कुछ भी नहीं है। कर्माचारियों की माने तो उन्हें 8.5% कम पर्क्स, 2% कम एमजीबी, पेंशन में 14 साल तक अधिकारियों के मुकाबले कम अंशदान तथा पर्क्स का भी एरियर्स नहीं मिला है। 3 वर्षों तक हानि में रहने के वजह से अफोर्डेबिलिटी क्लॉज अधिकारियों पर लगता है।
कंपनी को कर्मचारियों ने दिलाया प्रॉफिट
सेल ने गत वित्तीय वर्ष में अपने मेहनतशक कर्मचारियों के बदौलत 9597 करोड़ कर पश्चात लाभ कमाया है। जिसके बाद कर्मचारियों को उम्मीद थी कि सेल में अब कर्मचारियों का कुछ भला होगा। लेकिन यूनियन नेताओं के समझौतावादी रवैये के कारण यह हो नहीं सका। नन एनजेसीएस संगठनों के कहना है कि अधिकारियों की भांति कर्मचारियों को भी 15% एमजीबी और 35% वेरिएबल पर्क्स का लाभ दिया जाए। पर्क्स सहित 1 जनवरी 2017 से संपूर्ण एरियर मिले
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