श्रम मंत्रालय ने लिया एनजेसीएस नेताओ पर लिया संज्ञान
उप मुख्यश्रमायुक्त रायपुर को छानबीन करते हुए जांच रिपोर्ट भेजने का दिया निर्देश
जो नेता रिटायर कर चुके है उनके जिम्मे 40 हजार कामगारों का भविष्य
नेताओं के आंकड़े नहीं टिकते प्रबंधन के सामना,मानना पड़ता है हार
युवा नेता हरिओम ने कहा जल्द बुजुर्ग नेताओं की होगी छुट्टी
SAIL NEWS:बीएसएल (bsl)और बीएसपी(BSP) अनाधिशासी कर्मचारी संघ ने एनजेसीएस(NJCS) मे बाहरी व गैर निर्वाचित नेताओ पर रोक लगाने की मुहिम छोड़ दी है। जिसके तहत लगातार केंद्रीय इस्पात मंत्री से लेकर प्रधानमंत्री मोदी को पत्रचार किया जा रहा है। जिसके तहत हो रही कार्रवाई में बुजुर्ग नेताओं के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने शुरू हो गए है। युवा नेता हरिओम के अनुसार केंद्रीय इस्पात मंत्री को दिए पत्र में केवल रिकॉगनाईज्ड यूनियनो के प्रतिनिधियो को ही एनजेसीएस मे शामिल करने का पत्र केंद्रीय इस्पात मंत्री और केंद्रीय श्रम मंत्री को भेजा था। जिसमें श्रम मंत्री ने संज्ञान लेते हुए मुख्य श्रमायुक्त (केंद्रिय) को हस्तांतरित किया है। मुख्य श्रमायुक्त केंद्रीय ने उप मुख्य श्रमायुक्त केंद्रीय रायपुर को मामले की विस्तृत छानबीन कर रिपोर्ट हस्तांतरित करने का निर्देश दिया है। गौरतलब है कि NJCS में शामिल पांचो युनियनो को तीन तीन नॉमिनेटेड सीट देने का प्रावधान है । उसमे भी आश्चर्य की बात यह भी है कि आज तक सेल स्तर पर कभी भी सदस्यता वेरिफिकेशन नही हुआ है फिर भी सभी युनियनो को तीन तीन सीट दिया जा रहा है।(sail news)(Bokaro steel plant)
25 में से मात्र 5 ही निर्वाचित करतें है कर्मचारियों के भाग्य का फैसला
एनजेसीएस(NJCS) मे यूनियन प्रतिनिधियो के रुप मे 25 नेता भाग लेते है जिसमे सिर्फ 5 नेता ही निर्वाचित है। बाकि नेता या तो पांचो युनियनो के अध्यक्ष , महासचिव है या उनके द्वारा मनोनित सदस्य है। 20 नेताओ मे अधिकतर कई दशक से बगैर निर्वाचन और सदस्यता वेरिफिकेशन का ही एनजेसीएस मे कर्मचारियो का प्रतिनिधित्व कर रहे है। वही आश्चर्य की बात यह भी है कि आरआईएनएल जो अलग नवरत्ना स्टील पीएसयू है वहां से यूनियन प्रतिनिधि के रुप मे मात्र एक निर्वाचित प्रतिनिधि ही एनजेसीएस मे भाग लेते है। जबकि पांचो इंटिग्रेटेड स्टील प्लांट मे सिर्फ दो युनिट राउरकेला तथा भिलाई इस्पात संयंत्र मे ही रिकॉगनाईज्ड युनियन का चुनाव होता है । वही स्पेशल स्टील प्लांट मे सिर्फ सेलम और भद्रावती मे ही रिकॉगनाईज्ड युनियन का चुनाव होता है.,(sail news)
इन स्थानों को दिया जा रहा है विशेष लाभ
बोकारो, बर्नपुर , दुर्गापुर एलॉय दुर्गापुर तथा सीएफपी चंद्रपुर मे सेक्रेट बैलेट इलेक्शन के तहत चुनाव कराए बगैर सेवानिवृत कर्मचारी और खास युनियनो को रिकॉगनाईजेशन का लाभ दिया जा रहा है। औद्योगिक विवाद अधिनियम 1947 तथा अन्य श्रम कानुनो मे कही भी नॉमिनेटड सीट देने का प्रावधान नही है । वही एनजेसीएस न तो निबंधित संस्था है तथा न ही इसके आय व्यय का लेखा जोखा कर्मियो को पता है। जबकि सेल प्रबंधन सेल की वार्षिक रिपोर्ट मे एनजेसीएस मिटिंग पर 4 करोड़ 26 लाख रुपया खर्च करने का आंकड़ा दी है ।(sail news)