सेल को नंबर वन बनाने के लिए अत्ममंथन के साथ आगे बढ़े-अमरेंदु प्रकाश
सेल चेयरमेन ने अपने कर्मचारियों के साथ अधिकारियों को पढ़ाया व्यवहारिकता का पाठ
ठेका मजदूरों का बढ़ाया हौसला,कर्मचारियों की सुविधा पर चर्चा नहीं
कहा अधिकारी लगती करे तो उसे भी कर्मचारी बताए लेकिन तरीके से
Crossfluid.com
स्टील अथोरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड(SAIL)के अमरेंदु प्रकाश(Amrendu Prakash) पहली बार सोशल मीडिया के माध्यम से सेल के सभी प्लांट में कार्य करनेवाले अधिकारी और कर्मचारियों को संबोधित कर उन्हें व्यवहारिकता का पाठ पढ़ाया। लाईव सेशन में उन्होंने सेल के 59 कर्मचारियों और 50 हजार से अधिक ठेका मजदूरों के समक्ष समस्याों को बेहतर तरीके से रखा। अपने संबोधन में उन्होंने बातों ही बातों में अधिकारियों को भी नसीहत दे डाली ताकि वे भी अपनी खामियां कर्मचारियों से सुनकर उसे दूर करे। सेल के इतिहास में पहली बार किसी चेयरमेन ने खुलकर कर्मचारियों के साथ सीधा संवाद करते हुए अपनी कार्यशैली से अवगत कराया। हालांकि चेयरमेन ने सभी मुद्दों पर गहनता से चर्चा की लेकिन कर्मचारियों के वेज रिवीजन व अन्य सुविधाओं को लेकर कोई चर्चा नहीं की। जिसे लेकर सोशल मीडिया में कई प्रकार की चर्चाएं भी होने लगी है।
सेल को नंबर वन बनाने में सबों की भुमिका होगी अहम
चेयरमेन (Sail chaiman)अमरेंदु प्रकाश ने कहा सेल दुनिया की नंबर वन कंपनी बनाने के हर क्षेत्र में हमे अपनी कार्यप्रणाली को सुधार करना होगा। कहा हम हर क्षेत्र में नंबर वन इसलिए होना चाहते हैं क्योकि दुसरे तीसरे नंबरवाली कंपनी हमारा अनुशरण कर सके। उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा सेल में क्षमतावान और प्रतिभाशाली लोगों की कोई कमी नहीं है। बस कुछ व्यवाहिक बदलाव कर हम एक नंबर वन का टैग हासिल कर सकते है। कहा सपना कभी छोटा नहीं देखेंगे। सपने को छोटा होने नहीं देंगे। नंबर 1 बनना है। अगर कोई प्रोसीजर नंबर वन होने में रोकता है तो उसके तत्काल बदल देंगे 59 हजार लोगों का परिवार अकेला नहीं है।
सेल ने स्टील के साथ समाज बनाया
चेयरमैन ने कहा सेल ने स्टील ने एक बेहतर समाज के साथ साथ शहर की स्थापना की है। भिलाई, बोकारो, राउरकेला, दुर्गापुर, रांची, चंद्रपर, राजहरा में देखने को मिलता है यहां पूरे देश के कोने कोने से लोग काम कर रहे है। इसे देखने से ऐसा लगता है कि पूरा भारत सीमट सेल के यूनिट्स में सीमट आया है। इसके लिए सबों को प्रायस करने की जरूरत है। कहा सेल एक ऐसी कंपनी है जहां न्यूनतम शिक्षा आईटीआई तक की है। जहां से हम लोगों को कंपनी में सेवा का अवसर देते है। इसके उपर शिक्षतों की कोई सीमा तक नहीं है। इसलिए हमें न सिर्फ मिलियन टन में बल्कि समाजिक आर्थिक और व्यापारिक मामलों में नंबर वन होना होगा।
गलती हो तो अपने सीनियर को भी बताएं
सेल कर्मियों का हौसला बढ़ाते हुए चेयरमेन ने कहा अधिकारी और कर्मचारी के बीच किसी प्रकार की कॉम्यूनिकेशन गैप नहीं होना चाहिए। इसके लिए यदि सीनियर से गलती तो उसे भी बताया करें। ताकि वे भी अपनी गलती सुधार कर बेहतर काम की ओर अग्रसर हो सके। इसके लिए झगड़ा करने की जरूरत नहीं है। बल्कि शालिनता से अपनी बातों को रखना है। कहा अपने काम करने के तरीके पर चर्चा किजीए। सामूहिक रूप से लिए गए फैसले सेल की गरीमा बढ़ी है और आगे इसे बढ़ाना होगा।
ठेका मजदूरों कंपनी प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण
चेयरमैन ने सेल के विभिन्न प्लांटों में कार्यरत करीब 60 हजार ठेका हमारे साथ कंधा मिलाकर चल रहे है। लेकिन इनके प्रति हमारी एक खास जिम्मेवारी है। उन्होंने कहा अपने आप से एक सवाल पूछें कि क्या हमारे साथ काम मजदूर सेफ्टी का ख्याल हमारी तरह रखा हैं। क्या उन्हें असुरक्षित कार्य कराने से मना करने का अधिकार दिया गया है। कहा ठेका मजदूरों को हम इतना कुछ सीखाएंगे ताकि वे असुरक्षित काम को स्वयं रोक लेगा। उसी दिन हम नंबर-1 बन जाएंगे। दूसरी बात ठेका मजदूर को जो पेमेंट मिलना है, वह मिल रहा या नहीं पेमेंट वापस तो नहीं लिया जा रहा है। हम इसे नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं। शहरों में लाखों लोग रहते हैं, उनके चेहरे पर खुशियां लाना है।